Option Trading में Scalping कैसे करें?
Option Trading में Scalping एक ऐसी short-term trading strategy है जिसमे option contracts में हो रही छोटी-छोटी price movements का फायदा उठा कर profit निकलना होता है.
Scalping का मतलब ही ये होता है के पुरे दिन में जो भी short-term profit बनाने के अवसर मिलें, उनको भुनाना. हाँ, option में ये काम कैसे करना चाहिए, इसके बारे में कुछ बातें बताई गयी हैं:
1. Quick Trades:
Quick trades मतलब trades में enter करके जल्दी से exit करना, और ये बार बार करना.
अपनी position को कुछ seconds या minutes तक ही hold करना. Implied volatility या bid-ask spread की हिसाब से जितने भी छोटे-मोटे price की movements होती हैं, उनमे profit के मौके ढूंढ़ना और बनाना भी.
इसमें traders या तो एक risk-reward संभल के रखते हैं नहीं तो probability के बिना पे trade लेते हैं. उनके बारे में आगे चल कर और class में भी बात होती है.
2. High-Frequency Trades
अब जब आप scalping करोगे तो बहुत छोटी-छोटी price movements के हिसाब से trade में enter-exit करोगे और हर trade में profit (तथा loss) भी छोटा ही होगा.
तो दिन का एक अच्छा profilt निकालने के लिए आपको बहुत सारे trades करने पड़ेंगे. इसलिए कहते हैं के risk-reward के हिसाब को देखते हुए option-trading में scalping करते हुए काफी मात्रा में trades करनी पड़ती हैं
3. Liquid Markets:
जिस दिन market में अच्छी मात्रा में trading volume हो और bid-ask spread बहुत छोटी हो (मतलब खरीदने और बेचने के दाम में बहुत कम फर्क हो), वो दिन के लिए अच्छा माना जाता है.
जिन stocks या indices में ज़्यादा trading हो रही होती है, options में scalpers भी उन्ही stocks के contracts में trade करना पसंद करते हैं. ऐसा इसलिए है के लोग उस stock को खरीदने और बेचने के लिए market में मौजूद हैं.
और खरीदने के बाद जब वो बेचना चाहेंगे तो उनको कोई ना कोई खरीददार मिल ही जाएगा.
4. Risk Management
जिस तरह से अगर आपको गाड़ी चलानी आती भी हो तो सड़क में driving से जुड़े risk को manage करके drive करना पड़ता है. उसी तरीके से trading में भी risk-management ज़रूरी है. अब scalping में छोटे-छोटे trade करने होते हैं और भारी मात्रा में, इसलिए scalpers को अपने risk को देखकर ही चलना ज़रूरी है.
इसमें अपनी हर trade पे एक सोचा-समझा stop-loss लगाना, trade में entry price के साथ-साथ exit price को भी शुरू से calculate करके चलना, profit करते हुए अपनी position से थोड़ा-थोड़ा करके निकलना या एकदम से exit करना – सब कुछ शामिल है.
इन सब को विस्तार में समझने के लिए आप Option Trading Classes के साथ जुड़ सकते है जहाँ आप सीधे एक अनुभवी ट्रेडर से सीख मार्केट में ट्रेडिंग के लिए तैयार हो सकते है.
5. Transaction Costs:
जब आप option trading में scalping करते हैं तो बहुत ज़्यादा trades होते हैं और इसलिए बहुत खर्चा transaction costs, STT, brokerage पर जाता है. एक समझदार scalper trader इन बातों का भी ध्यान रखता है ताकि उसकी जेब में जाने वाले profit पर ज़्यादा खर्चों का भार ना पड़े.
Option trading में इसलिए जब भी broker चुनें तो देखें के वो brokerage order के हिसाब से लेता है या lot के हिसाब से क्यूंकि lot पर पड़ने वाला brokerage बहुत महंगा पड़ेगा.
Materials To Be Shared With Pro Participants:
PPT, PDF, DOC File, Excel Sheet, आदि