Share Market Course in Hindi

शेयर मार्किट कोर्स

आज की दुनिया विकल्पों से भरी पड़ी है। आज अगर आप किसी खास शब्द के बारे में सर्च करते हैं तो एक क्लिक में इससे जुड़ी कई सूचनाएं आपके सामने होती है। ये बात शेयर मार्केट कोर्सेस के बारे में पूरी तरह से सच साबित होती है।

जब आप स्टॉक मार्केट कोर्सेस के बारे में सर्च करते हैं तो आपके सामने ढेरों विकल्प होते हैं लेकिन इन कोर्सेस में सबसे बड़ी कमी क्रेडिबिलिटी की होती है। 

किसी भी कोर्स को करने और सीखने के लिए जरूरी होता है कि उसका सोर्स जेनविन हो जिसे करने के बाद कम से कम आप इतने कॉन्फिडेंट हो जाएं कि शेयर मार्केट में आप, अपने आप को नया न समझें।

लेकिन ज्यादातर कोर्सेस या तो गलत जानकारी देती हैं या फिर इतनी जानकारी नहीं दे पाती जो एक बिगिनर्स को एक निवेशक या ट्रेडर के तौर पर आगे ले जाए।

इसके अलावा ये कोर्सेस इतने महंगे होते हैं कि बिगिनर्स को लगता है कि ये उनके लिए वैल्यू फॉर मनी नहीं है। ट्रेडर और निवेशक जो शेयर मार्केट में निवेश तो करना चाहते हैं लेकिन इसको लेकर वो कॉन्फिडेंट नहीं होते हैं। 

उनके मन में कई तरह के सवाल घूम रहे होते हैं कि आखिर निवेश कहां से शुरू करें, कैसे शेयर मार्केट में निवेश करें, कैसे मार्केट में ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं, इन सवालों का जवाब न मिलने के कारण उनके कदम मार्केट में प्रवेश करने से पहले लड़खड़ाने लगते हैं।

लेकिन यदि आपके पास इन सवालों के जवाब हों तो आप न केवल शेयर मार्केट में विश्वास के साथ उतर सकते हैं बल्कि आपके ज्यादा रिटर्न पाने की उम्मीदों को भी एक पंख मिलता है।

Stock Pathshala आपके इन्हीं उम्मीदों को स्टॉक मार्केट कोर्सेस के माध्यम से पंख लगाता है। यहां आपको शेयर मार्केट के हर पहलूओं से मिलवाया जाता है जिसके बारे में आप जानना चाहते हैं।

Share Market Online Course in Hindi

स्टॉक मार्केट कोर्स के अंदर ट्रेडिंग के कई सेगमेंट जैसे इक्विटी, कमोडिटी और डेरिवेटिव के साथ-साथ बिगिनर्स के लिए प्रैक्टिकल नॉलेज का होना बेहद जरूरी है जिससे वे शेयर मार्केट के व्यवहार को समझ सकें।

इसके साथ ही इन ऑनलाइन कोर्सेस में उन टूल्स के बारे में भी विस्तार से बताया जाता है जिससे ट्रेडर मार्केट के विश्लेषण को अच्छी तरीके से समझ सकें क्योंकि बिना इसके शेयर मार्केट की तकनीकियों को समझना आसान नहीं होता है।

Stock Pathshala  ने बिगिनर्स को ध्यान में रखते हुए इन चीजों को न केवल अपने ई-प्लेटफॉर्म में शामिल किया है बल्कि इसके हर बारीकियों को आसान भाषा में समझाया है।

वर्तमान में  Stock Pathshala इक्विटी, करेंसी, कमोडिटी और डेरिवेटिव जैसे ट्रेडिंग सेगमेंट के बारे में कोर्स ऑफर करता है जिसमें इसके बेसिक नॉलेज के साथ उसके तकनीक के बारे में बताया गया है। इस एप में कोर्स के माध्यम से आप equity meaning in hindi और शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए ज़रूरी बातो की जानकारी दी गयी है जिससे आप निवेश करने का एक सही निर्णय ले सकते है।

  1. इक्विटी ट्रेडिंग कोर्स

 शेयर मार्केट में उपयोग होने वाला इक्विटी सबसे कॉमन शब्द है। इक्विटी से मतलब कंपनी के हिस्सेदारी से है जो किसी पूंजी या फिर शेयर के रूप में हो सकती है। इसमें कर्ज को शामिल नहीं किया जाता है।

कंपनी अपने निवेशकों को स्टॉक या इक्विटी में निवेश के लिए दो स्थितियों में आमंत्रित करती है।

  1. जब कंपनी अपना ऑपरेशन शुरू कर रही हो
  2. विस्तार योजना के भाग के रूप में

लोग इक्विटी में निवेश पैसा बनाने के उद्देशय से करते हैं। हालांकि यह सुनने में आसान लगता है लेकिन सच में ऐसा नहीं है। इसके लिए आपको कुछ कॉन्सेप्ट जैसे कंपनी के बारे में जानना, स्टॉक के बारे में अध्यन, स्टॉक चुनना आदि चीजों के बारे में जानना चाहिए।

इक्विटी ट्रेडिंग कोर्स की जरुरत इन्हीं चीजों को ध्यान में रखकर पूरी की गई है जिससे बिगिनर्स विश्वसनीय स्रोतों के हवाले से इसके बारे में विस्तार से जान सकें।

एक  अच्छे निवेशक की पहचान है कि वो एक अच्छा निर्णय लेने वाला होता है और इसकी शुरुआत वे Stock Pathshala में इक्विटी ट्रेडिंग कोर्स को चुनकर कर सकते हैं।


  1. डेरिवेटिव कोर्स- 

डेरिवेटिव को आसान शब्दों में समझें तो शेयर की तरह स्टॉक मार्केट में इसका भी कारोबार होता है। 

इसकी अपनी कोई मार्केट वैल्यू तो नहीं होती है बल्कि यह किसी और पर निर्भर करती है जिसे अंतर्निहित परिसंपत्ति (Underlying Assets) कहते हैं। यह अंतर्निहित परिसंपत्ति कमोडिटी, करेंसी और इक्विटी के रूप में हो सकती है।

डेरिवेटिव ट्रेडिंग खरीददार और विक्रेता के बीच एक समझौता है जहां विक्रेता, खरीददार को पूर्व नियोजित मूल्य देने का वादा करता है।

अंतर्निहित परिसंपत्ति की भविष्य की कीमत डेरिवेटिव का मूल्य तय करती है।

डेरिवेटिव फ्यूचर, ऑप्शन, स्वैप और फॉर्वर्ड चार प्रकार के होते हैं। Stock Pathshala में डेरिवेटिव के इन सारे तकनीक को शामिल किया गया है जिसकी मदद से एक बिगिनर्स से लेकर अनुभवी ट्रेडर भी इसकी बारीकियों को समझ सकते हैं।

मुफ्त पाठ्यक्रम, “डेरिवेटिव का परिचय”, ट्रेडर और व्यवसायी के लिए है जिससे वो डेरिवेटिव को समझ सकें और धोखेबाजी से बच सकें। इस कोर्स में डेरिवेटिव में ट्रेडिंग के सभी प्रक्रियाओं के बारे में बताया गया है।

इसमें फ्यूचर, स्वैप, ऑप्शन और फॉरवर्ड डेरिवेटिव के बारे में बताया गया है। यहां इस कोर्स को ऑडियो फॉर्मेट में भी “डेरिवेटिव ट्रेडिंग इन इंडिया” के नाम से मुफ्त में सुना जा सकता है जिसमें डेरिवेटिव के बेसिक्स के बारे में बताया गया है।


ऑप्शन ट्रेडिंग कोर्स 

ऑप्शन ट्रेडिंग के मीनिंग (option trading in hindi) को समझे तो यह एक प्रकार का डेरिवेटिव कांट्रैक्ट है। ऑप्शन और फ्यूचर निवेशकों के पसंदीदा डेरिवेटिव विकल्प माने जाते हैं। कई लोग वित्तीय लाभ के साथ-साथ समय के साथ बाजार में बड़े उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाने के उद्देश्य से ऑप्शन ट्रेडिंग का चुनाव करते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में विक्रेता अपनी परिसंपत्तियों को एक निश्चित मूल्य में भविष्य में किसी खास तारीख पर खरीददार को बेचता है। खरीददार के पास उसे खरीदने और न खरीदने का अधिकार होता है।

हालांकि इसके लिए खरीददार को एक विशिष्ठ शुल्क जिसे प्रीमियम कहते हैं देना पड़ता है। अनुभवी निवेशकों के लिए यह प्रक्रिया तो आसान है लेकिन नए लोगों के लिए यह प्रक्रिया थोड़ी मुश्किल हो जाती है।

इसके लिए नए लोग Stock Pathshala की मदद ले सकते हैं। स्टॉक मार्केट ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म में टेक्स्ट और ऑडियो फॉर्मेट में “डेरिवेटिव का परिचय” नाम से मुफ्त कोर्स है जो नए ट्रेडर को डेरेवेटिव के बारे में बताता है।

अगर बिगिनर्स एडवांस कोर्स करना चाहते हैं तो उन्हें प्रीमियम टेक्स्ट कोर्सेस जोकि “गेटवे टू फ्यूचर ऑप्शन” के नाम से है ले सकते हैं। इस कोर्स में उन्हें ऑप्शन ट्रेडिंग को विस्तार से समझने का मौका मिलेगा।

यह कोर्स वीडियो और ऑडियो फॉर्मेट में भी उपलब्ध है। वीडियो कोर्स का नाम है “डेरिवेटिव ट्रेडिंग में कैसे प्रवेश करें”, जबकि ऑडियो फॉर्मेट में इस कोर्स का नाम “गेटिंग इन फ्यूचर एंड ऑप्शंस” है। 

Stock Pathshala का ऑप्शन ट्रेडिंग के सबसे महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्मों में से एक “सेंसिबुल” के साथ करार भी किया है। इसमें ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे तीन वीडियो कोर्स भी हैं।

बिगिनर्स के लिए “बेसिक्स ऑफ ऑप्शन ट्रेडिंग ” के अलावा  “ऑप्शन ग्रीक” और “अल्टीमेट ऑप्शन स्ट्रैटजी” नाम से एडवांस कोर्स भी उपलब्ध है।

ये कोर्स ऑप्शन ट्रेडिंग की रणनीतियों के बारे में बात करते हैं जो निवेशक को एक विश्वास देता है कि वो भी अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।


फ्यूचर ट्रेडिंग कोर्स

फ्यूचर्स ट्रेडिंग, ऑप्शंस की तरह, डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट है। लेकिन ऑप्शन की तुलना में एकमात्र अंतर यह है कि कॉन्ट्रैक्ट में शामिल दो पक्ष “डिलीवरी की तारीख” पर लेनदेन को आगे बढ़ाने के लिए बाध्य होते हैं।

इसमें कांट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करते समय विक्रेता को अपनी अंतर्निहित संपत्ति को बेचना होता है, और खरीदार को सहमत सभी शर्तों के तहत इसे खरीदना होता है। अंतर्निहित परिसंपत्ति एक वस्तु, मुद्रा, इक्विटी या इन परिसंपत्तियों का संयोजन हो सकती है।

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में अंतर ट्रेडर के लिए मुश्किल पैदा करते हैं। इसलिए बिगिनर्स जो फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में जानना और समझना चाहते हैं उनके लिए Stock Pathshala कोर्स उपलब्ध है।

बिगिनर्स जो पहले से फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में कुछ नहीं जानते हैं वे “डेरिवेटिव के परिचय” नाम के कोर्स में खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। ये एक टेक्स्ट आधारित कोर्स है जो बिना किसी शुल्क के Stock Pathshala पर उपलब्ध है।

शुरुआती कोर्स के बाद बिगिनर्स इसके एडवांस कोर्स “गेटवे टू फ्यूचर एंड ऑप्शन” पर भी जा सकते हैं जो टेक्स्ट फॉर्मेट में उपलब्ध है। 

इस कोर्स में फ्यूचर ट्रेडिंग के प्रभावी रणनीतियों के बारे में बताया गया है। इसके अलावा बिगिनर्स इसके एडवांस कोर्स जो वीडियो फॉर्मेट में उपलब्ध है ले सकते हैं। ये कोर्स “How To Get Into Derivatives Trading” के नाम से उपलब्ध है। ऑडियो फॉर्मेट में यह कोर्स “Getting into Future and Options” के नाम  से है। ये दोनों कोर्सेस बिगिनर्स को फ्यूचर ट्रेडिंग की बारीकियों को गहराई से समझने के लिए मददगार है।


3. कमोडिटी ट्रेडिंग कोर्स 

कमोडिटी आइटम, सामान हैं जिनका शेयर बाजार में कारोबार किया जा सकता है। जिन वस्तुओं का व्यापार किया जा सकता है उनमें से कुछ कृषि उत्पाद और खनन उत्पाद हैं।

कमोडिटी ट्रेडिंग आकर्षक ट्रेडिंग सेगमेंट में से एक है क्योंकि यह  ट्रेडर को सभी विकल्प प्रदान करता है। कई व्यापारी अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए कमोडिटी ट्रेडिंग की ओर रुख करते हैं।

कृषि उत्पादों की बात करें तो इसमें कोको, चीनी, कॉफी, चावल, गेहूं, जौ और मक्का आदि चीजें शामिल हैं।

खनन उत्पादों में गैर-नवीकरणीय संसाधन जैसे पेट्रोलियम, कोयला और कीमती धातुएं जैसे सोना, चांदी आदि शामिल हैं। निवेशक कई माध्यमों से कमोडिटी ट्रेड कर सकते हैं। इसमें एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) और डेरिवेटिव जैसे फ्यूचर, फॉरवर्ड , ऑप्शन और स्वैप ट्रेड शामिल हैं।

कमोडिटी ट्रेडिंग एक जोखिम भरा उद्यम है क्योंकि किसी भी कमोडिटी की कीमतें बाजार की आपूर्ति और मांग द्वारा नियंत्रित होती हैं, जो राजनीतिक कारणों से सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से प्रभावित हो सकती हैं।

कमोडिटी ट्रेडिंग की इस जोखिम को कम करने के लिए इसके कार्य तंत्र, प्रक्रियाओं और इसमें शामिल जोखिमों की उचित जानकारी के बारे में समझना बेहद जरूरी है।

इसके लिए ट्रेडर ऑनलाइन कमोडिटी ट्रेडिंग कोर्स की तलाश करते हैं।

Stock Pathshala ऐसे ट्रेडर और निवेशकों को अपनी व्यापारिक यात्रा के माध्यम से कमोडिटी ट्रेडिंग कोर्स ऑफर करती है। ये कोर्स टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो तीनों फॉर्मेट में उपलब्ध है।

“Introduction To Commodities” एक मुफ्त टेक्स्ट कोर्स है। इस कोर्स में कमोडिटी ट्रेडिंग, इसके प्रकार और कमोडिटी ट्रेडिंग के जोखिमों के बारे में बताया गया है।

इसके अलावा कोर्स भारत में कमोडिटी फ्यूचर्स के संबंध में नियमों और विनियमों से परिचय कराता है और आर्बिट्रेज और स्प्रेड की ट्रेडिंग रणनीतियों के बारे में बताता है।

इसके अलावा, इसी नाम से एक ऑडियो कोर्स है। वीडियो कोर्स की बात करें तो ये “Commodities Trading Simplified” के नाम से  उपलब्ध है। इस कोर्स की मदद से कमोडिटी ट्रेडिंग की रणनीतियों को बहुत हद तक समझा जा सकता है।


4.इंट्राडे ट्रेडिंग कोर्स

एक दिन के अंदर शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading in hindi) हैं। इसमें ट्रेडर कम समय में ज्यादा रिटर्न पाने के उद्देश्य से आते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में मार्केट में कई तरह की भ्रांतियां है जैसे कि जो पहली बार ट्रेड कर रहे हैं उसके लिए इंट्राडे सबसे अच्छा विकल्प है लेकिन सच्चाई इससे अलग है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए इसके कार्य तंत्र के अलावा, ट्रेडिंग टूल्स और अल्पकालिक निवेश रणनीतियों को समझना आवश्यक है जिसके बिना आप एक सफल निवेशक नहीं बन सकते हैं।

एक अच्छे इंट्राडे ट्रेडिंग कोर्स में ऊपर वर्णित सारी चीजों को शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन स्टॉक मार्केट की कम जानकारी के कारण इंट्राडे से जुड़ी ऑनलाइन कोर्स का अभाव है।

ऐसे में नए ट्रेडर अपने आप को मजबूर पाते हैं कि उन्हें इंट्राडे ट्रेडिंग को लेकर विश्वस्नीय जानकारी मिले। Stock Pathshala इन बिगिनर्स के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आता है।

इसके लिए Stock Pathshala “How To Make Winnings In Intraday Trading” नाम से एक कोर्स ऑफर करती है, जो बिगिनर्स को इंट्राडे की बेसिक जानकारी देती है और इंट्राडे ट्रेडिंग में उपयोग की जाने वाले स्टॉप लॉस जैसे विकल्पों के बारे में बताती है।

यह कोर्स मल्टी टॉप और बॉटम ब्रेकआउट के अलावा गैप-अप और गैप डाउन जैसे कठिन टॉपिक के बारे में भी समझाती है।


5. फंडामेंटल एनालिसिस कोर्स 

लांग टर्म निवेश के लिए एनालिसिस करना खासतौर से फंडामेंटल एनालिसिस करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। निवेशक, निवेश करने से पहले अपना ज्यादातर वक्त कंपनी के बारे में रिसर्च करने और मूल्यांकन करने में लगाते हैं।

फंडामेंटल एनालिसिस  एक उपकरण है जिसे निवेशक, व्यापारी दीर्घकालिक निवेश करने के लिए उपयोग करते हैं।

इसमें आमतौर पर किसी स्टॉक का मूल्यांकन करना और उसके बारे में जानकारी प्राप्त करना शामिल होता है ताकि भविष्य में उसके प्रदर्शन का सटीक अनुमान लगाया जा सके।

इसके लिए विश्लेषक कई प्रकार के टूल्स का इस्तेमाल करते हैं और आने वाले 4-5 सालों और कभी-कभी इससे ज्यादा समय के लिए स्टॉक के मूल्य का अनुमान लगाता हैं।

स्टॉक मार्केट के तकनीकी पक्ष को समझने के लिए फंडामेंटल एनालिसिस के एडवांस तकनीक को समझना आवश्यक है। इसलिए बिगिनर्स के लिए यह कोर्स अनिवार्य बन जाता है।

Stock Pathshala में “Fundamental Analysis of Stocks” के नाम से कोर्स इसके लिए बेहद मददगार है। इस कोर्स में फंडामेंटल एनालिसिस के बेसिक्स, स्टॉक चुनने की रणनीति, जोखिम, रिटर्न और बैलेंस शीट (balance sheet in hindi) को शामिल किया गया है। 

हर टॉपिक को कई उदाहरण देकर समझाया गया है और सबसे मजेदार बात यह है कि टेक्स्ट आधारित यह कोर्स Stock Pathshala में सभी के लिए फ्री में उपलब्ध है।

अगर बिगिनर्स इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो वो उसके लिए अपने आप को एडवांस कोर्स में पंजीकृत कर सकते हैं। यह कोर्स “Advanced Fundamental Analysis of Stocks” के नाम से उपलब्ध है।

इसी टॉपिक को  “Fundamental Analysis Next Level” ऑडियो फॉर्मेट में भी बताया गया है।


6. टेक्निकल एनालिसिस कोर्स-

ट्रेडिंग करना एक जोखिम भरा काम है और  इससे केवल इसके बारे में समझकर ही बचा सकता है। स्टॉक की गतिविधी और इसके मूल्य के बारे में भविष्यवाणी इसके ट्रेंड को यानि टेक्निकल एनालिसिस को समझकर ही किया जा सकता है।

निवेशक तब तक किसी स्टॉक में निवेश नहीं करते जब तक उस स्टॉक के बारे में सटीक गतिविधी का अनुमान उनके पास नहीं होता है। टेक्निकल एनालिसिस किसी खास समय के दौरान स्टॉक के इसी गतिविधि को बताता है।

इसके लिए ट्रेडर कई तरह के ग्राफ और तकनीकि चार्ट्स की मदद लेते हैं। नए ट्रेडर ज्यादातर वक्त इन चार्ट्स को पढ़ते तो हैं लेकिन इससे उन्हें कुछ मदद नहीं मिलती है।

ट्रेडर की इसी परेशानी का हल Stock Pathshala के “Building Blocks of Technical Analysis” नाम के कोर्स में है। फ्री में उपलब्ध इस कोर्स से ट्रेडर को उन सारे सवालों का जवाब मिल जाएगा जिसके बारे में वो जानना चाहते हैं।

इस कोर्स में बिगिनर्स intraday technical indicators और कई तरह के चार्ट्स के बारे में सीखेंगे।

टेक्निकल एनालिसिस को समझने के लिए Stock Pathshala में  “Technical Analysis Using Chart Patterns” नाम से एडवांस कोर्स भी उपलब्ध है।

इस कोर्स में ब्रेकआउट्स, अलग-अलग चार्ट्स के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके अलावा इस कोर्स में वेजेज, फ्लैग्स और पेनेंट्स के बारे में बताया गया है। इसके साथ ही मार्केट की तेजी और मंदी की अवधारणा को भी समझाया गया है। इस कोर्स की मदद से आपको ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

मान लें कि आप रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स का उपयोग करते हैं, आप आरएसआई के साथ सबसे अच्छे इंडीकेटर का पता लगाकर अपने विश्लेषण को और बेहतर बना सकते हैं जिसका उपयोग बेहतर परिणामों के लिए किया जा सकता है।


निष्कर्ष

शेयर या शेयर बाजार में निवेश करना एक ऐसा ट्रेंड है जो देश में धीरे-धीरे ही सही लगातार बढ़ता जा रहा है।

हालांकि, शेयर बाजार में आने की कोशिश कर रहे अधिकांश लोग बाजार में निवेश को लेकर इससे जुड़ी ज्ञान में कमी के कारण असमंजस में रहते हैं।

शेयर मार्केट की बारीकियों को समझाने का प्रयास कई बार किया गया है।  इसको लेकर कोर्स भी बनाया गया है। ये कोर्स न्यूनतम शुल्क पर तो उपलब्ध है, लेकिन लोगों को इससे सही जानकारी नहीं मिल पाती है।

ऐसे में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म Stock Pathshala एक उम्मीद की किरण बन कर सामने आई है।

शेयर बाजार ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म लोगों को शेयर बाजार के बारे में शिक्षित करता है और नए ट्रेडरों के उन सवालों का जवाब देता है जो उनके मन में चल रहा है।

Stock Pathshala में एक्सपर्ट्स की टीम और शेयर मार्केट से जुड़े लोगों के समायोजन से एक बेहतरीन कोर्स तैयार किया गया है। 

यह कोर्स इसलिए भी बिगिनर्स से लेकर अनुभवी ट्रेडर तक के लिए अच्छा है क्योंकि इसमें उन सारी चुनौतियों और उसके समाधान का जिक्र किया गया है जो अक्सर ट्रेडर और निवेशकों के सामने होते हैं।

यह कोर्स न केवल बिगिनर्स को शेयर मार्केट में निवेश के लिए तैयार करता है बल्कि उसको शेयर मार्केट की दुनिया में सफल निवेशक के रूप में पहचान दिलाता है।


 

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