जब भी एक ट्रेडर स्टॉक मार्केट में निवेश करता है तो सबसे पहले ये सोचता है की शेयर मार्केट कैसे सीखें? यहाँ पर जब बात इंट्राडे ट्रेडिंग की आती तो ट्रेडर्स के लिए चुनौतियां और भी बढ़ जाती है। अगर आप भी ट्रेडिंग करना चाह रहे है तो शुरुआत करे इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम का पालन के साथ।
इंट्राडे ट्रेडिंग नए और अनुभवी दोनों तरह के ट्रेडर के बीच सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग में से एक मानी जाती है।
ट्रेडिंग का सबसे छोटा फॉर्मेट होने के बावजूद भी ट्रेडर इसमें एक दिन में ज्यादा मुनाफा पा सकते हैं लेकिन अगर ये सही तरह से ना की जाए तो आपको काफी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। काफी बार तो यहीसमझ नहीं आता के इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने.
ऐसे में जरूरी है कि इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने से पहले कुछ नियमों को जाने लें और ट्रेड करते समय इन नियमों का पालन करें। इन नियमों को मार्केट एक्सपर्ट्स ने अपने अनुभवों के आधार पर तय किया है जिसका पालन करना आपके इंट्राडे ट्रेडिंग करने के सफर को आसान और सुरक्षित बना देगा।
Intraday Trading Rules in Hindi
मार्केट में हजारों स्टॉक हैं जिससे ट्रेडर अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। लेकिन जब हम इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading in hindi) की बात करते हैं तो स्टॉक को लेकर चुनाव सबसे अहम फैसलों में से एक माना जाता है।
शेयर बाजार के नियम को ध्यान में रख कर हम सही स्टॉक का चुनाव कर सकते हैं। स्टॉक का चुनाव करने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखें जैसे की:
- हमेशा लिक्विड स्टॉक का चयन करें
- ऐसे स्टॉक से दूर रहें जिसकी वोलैटिलिटी मार्केट में अधिक हो।
- मार्केट ट्रेंड के हिसाब से स्टॉक का चयन करें।
- पूर्व ट्रेंड रिकॉर्ड को ज्यादा महत्व न दें खास तौर से इंट्राडे ट्रेडिंग में कोशिश करें कि वर्तमान ट्रेंड को ध्यान में रखा जाए।
- ऐसी कंपनी के स्टॉक को प्राथमिकता दें जिसकी जानकारी ज्यादा पारदर्शी तरीके से पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है।
ये तो इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक चयन को लेकर कुछ नियम थे लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए हमेशा इन नियमों का पालन आपके इंट्राडे ट्रेडिंग के सफर को आसान बना देगा।
1. रिसर्च ट्रेंड को फॉलो करें
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले मार्केट और स्टॉक के बारे में रिसर्च जरूर करें। बिना प्रैक्टिस के मैदान में उतरना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में छोटी से गलती बड़ा नुकसान दे सकती है।
इससे बचने के लिए रिसर्च करें। इसके लिए आप विभिन्न तरह के चार्ट्स का सहारा ले सकते हैं और स्टॉक प्राइस ट्रेंड का सही अनुमान लगा सकते हैं।
चार्ट्स और इंडीकेटर्स की जानकारी के लिए आप शेयर बाजार से जुड़ी किताबे (share market books in hindi) पढ़ सकते है, जिसमे स्टॉक का चयन कैसे करे और किस तरह से ट्रेड कर ज़्यादा मुनाफा कमाए बहुत हे आसान भाषा में समझाया गया है।
2. भावनाओं पर निर्णय न लें
कोई भी मार्केट हो वहां आपके भावनाओं की कोई जगह नहीं होती। हमेशा ट्रेड करते समय भावनाओं की जगह अपने रिसर्च पर भरोसा रखें। भावनाओं में लिए गए निर्णय आपको मार्केट में नुकसान पहुंचा सकती है। अगर भावनाओं को अपनी ट्रेडिंग में डालोगे तो इसका मतलब आपकी कोई इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी नहीं है। Intraday Trading Strategies in Hindi को भी अच्छे से समझने की कोशिश कीजिये।
अक्सर देखा जाता है कि ट्रेडर कभी लॉस के डर से या कभी ज्यादा रिटर्न की चाह में निर्णय लेते हैं। ऐसे निर्णयों से ट्रेडिंग करते वक्त दूरी रखनी चाहिए। आपके एक दिन का ज्यादा रिटर्न दूसरे दिन ज्यादा नुकसान भी दे सकता है।
3. स्टॉप लॉस के बिना ट्रेडिंग न करें
इंट्राडे ट्रेडिंग आपको एक दिन में बड़ा रिटर्न दे सकती है लेकिन इसके उलट नुकसान की संभावना भी इंट्राडे ट्रेडिंग में अधिक होती है। इसलिए जरूरी है कि आप स्टॉप लॉस आर्डर (stop loss meaning in hindi) का उपयोग करें।
स्टॉप लॉस ऑर्डर आपके जोखिम को सीमित करता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपको नुकसान उतना ही हो जितना आप आसानी से झेल सकें।
एक सही स्टॉप लॉस को सुनिश्चित करने के लिए स्टॉक मार्केट के गणित को समझे और उसके अनुसार एक सही ट्रिगर प्राइस (trigger price meaning in hindi) को दर्ज़ कर अपने नुकसान को सीमित करें।
4. कम पैसों से करें शुरुआत
इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में ज्यादा पैसे न लगाएं। कभी भी उधार लेकर पैसे न लगाएं क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में हमेशा लाभ कमाने की आपकी सोच घातक भी हो सकती है। पैसे उतने ही लगाएं जिसका नुकसान आप बिना किसी अतिरिक्त दबाव के झेल सकें।
5. अलग-अलग स्टॉक में लगाएं पैसा
एक ही कंपनी के ज्यादा शेयर खरीदने की बजाए अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदें। हालांकि यह नियम ज्यादातर लांग टर्म निवेश के लिए अपनाया जाता है लेकिन यदि इसका प्रयोग इंट्राडे ट्रेडिंग में किया जाए तो ये यहां भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
इसके पीछे कारण यही है कि स्टॉक मार्केट राजनीतिक, आर्थिक गतिविधि के अलावा और कई कारणों सें प्रभावित होता है। दिन में कई बार मार्केट इन कारणों से ऊपर या फिर नीचे जा सकता है इसलिए जोखिम कम करने के लिए अलग-अलग क्षेत्र की कंपनियों के शेयर में पैसे लगाने चाहिए।
6. ओवरट्रेड न करें
अगर आप एक शुरूआती ट्रेडर है तो कई बार आपको ट्रेडर्स ने मुनाफा कमाने के लिए महत्वपूर्ण इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स (intraday trading tips in hindi) दी होगी जिसमे यह निर्देश दिया जाता है कि ट्रेडर को ओवरट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए।
हालांकि ट्रेडर को मल्टीपल स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए लेकिन इसके साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि ओवरट्रेड न करें। मार्केट की वोलैटिलिटी जरूर अस्थिर स्वभाव वाली होती है।
लेकिन ऐसा हर दिन नहीं होता है इसलिए इंट्राडे ट्रेडर को सलाह दी जाती है कि ओवडट्रेडिंग करने से बचें। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग अपने लॉस को कम करने के लिए ओवरट्रेड की रणनीति को अपनाते हैं और अंत में काफी नुकसान उठाते है।
तो अगर आप एक्टिव इंट्राडे ट्रेडर है तो हमेशा उतना ही ट्रेड करे जितना नुकसान आप झेल सकते है।
7. जोखिम उठाने की क्षमता पहचाने
इट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले अपने जोखिम उठाने की क्षमता को पहचाने। आपके जोखिम उठाने की क्षमता आपकी उम्र, ट्रेडिंग करने का आपका अनुभव, स्टॉक के बारे में आपका ज्ञान, मार्केट की समझ आदि कई चीजों पर निर्भर करती है।
इन चीजों के आधार पर ही आप अपने जोखिम उठाने की क्षमता को पहचान सकते हैं। इससे आपके ट्रेडिंग निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाएगी। याद रखें कि जोखिम उठाने का परिणाम ही आपको लाभ देता है।
8. योजना के साथ ट्रेड करें
एक योजना के साथ ट्रेडिंग की शुरुआत करें। इतना ही नहीं जिस योजना के साथ आपने ट्रेडिंग शुरू की थी उस पर टिके रहना भी उतना ही जरूरी है। स्टॉक मार्केट अफवाहों और कभी-कभी झूठी खबरों से भी प्रभावित होता है। इसलिए जरूरी है कि एक योजना के तहत मार्केट में उतरा जाए।
किसी भी प्रकार की खबर या सूचनाओं पर तभी विश्वास करें जब खबर को सोर्स अधिकृत हो। जिम्मेदारी के साथ निर्णय लें और मार्केट के ट्रेंड को करीब से समझने की कोशिश करें।
एक साथ कई रणनीतियों का उपयोग करने की जगह एक बार में उन्हीं रणनीतियों को व्यव्हार में लाएं जिसमें आप मास्टर हैं या फिर जिस रणनीति के साथ आपके ट्रेड का अनुभव अच्छा रहा है।
9. अपने लाभ-हानि की गणना करें
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के पीछे ट्रेडर का एकमात्र लक्ष्य लाभ कमाना होता है इसलिए अपने लाभ की गणना करें और उसे बढ़ाने की कोशिश करें। इसके लिए अपने लाभ की गणना करें जो आपको, आपकी आगे की रणनीति बनाने में मदद करेगी।
हानि से घबराएं नहीं ये आपके निर्णय को नकारात्मक रुप से प्रभावित कर सकता है। यदि हानि हुई है तो अपने गलतियों को पहचाने और उसे दूर कैसे किया जाए इस पर काम करें और अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग की समझ को बढ़ाएं।
अब ये सब आप तभी सीख सकते है जब आपको Risk Management की पूरी जानकारी हो जो आपको Intraday Trading Classes में विस्तार में समझाई जाती है।
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10. ट्रेंड के महत्व को समझें
हमेशा से कहा जाता है कि ट्रेडिंग में अपने रिसर्च को ज्यादा महत्व दें। लेकिन कई पूर्व अनुमान सही नहीं होता है। इसलिए वर्तमान ट्रेंड को भी नजरअंदाज न करें।
स्टॉक के बेहतर विश्लेषण के लिए स्टॉक के सपोर्ट और रेजिस्टेंस की जानकारी ले जिसके लिए आप इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला का उपयोग कर सकते है।
हालांकि ये सलाह केवल इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही मानी जाती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में आमतौर पर देखा जाता है कि जब कोई स्टॉक एक दिशा में बढ़ना शुरू करता है, तो वह पूरे दिन उसी रास्ते पर चलता है। एक दिन की अवधि आमतौर पर शेयरों के ठीक होने के लिए पर्याप्त समय नहीं होता है।
Sebi New Rule for Intraday Trading in Hindi
भारत के फाइनेंशियल मार्केट को रेगुलेट करने वाली संस्था सेक्युरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने ट्रेडर के हितों को ध्यान में रखते हुए 1 सितंबर 2021 से पीक मार्जिन के नए नियम को लागू किया है।
इस नियम के तहत ब्रोकर द्वारा ट्रेडर को दिए जाने वाले मार्जिन को सीमित कर दिया गया है। अब ब्रोकर केवल ट्रेड वैल्यू का 5 प्रतिशत मार्जिन ही दे सकता है।
पहले इस प्रकार की सीमा नहीं थी जिससे कई बार ब्रोकर अपनी मनमानी करते थे। इसका खामियाजा ट्रेडर को भुगतना पड़ता था।
उदाहरण के तौर पर पहले कोई ट्रेडर केवल एक हजार लगाकार दस हजार तक के शेयर खरीद सकता था लेकिन अब ब्रोकर अधिकतम 5 गुणा मार्जिन के साथ सिर्फ 5000 रूपए की ही ट्रेड कर सकता है।
ट्रेडर यदि इन नियमों को ध्यान में रखकर अपने इंट्राडे ट्रेडिंग की यात्रा शुरू करे तो उसमें सफल होने की संभावना न केवल बढ़ जाएगी बल्कि कम समय में ट्रेडर ज्यादा रिटर्न पाने के सपने को भी सच कर पाएगा।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग लाभ कमाने का एक शानदार मौका तो देती है लेकिन यदि बिना नियमों का पालन किए ट्रेड किया जाए तो यह नुकसान भी बड़ा दे सकती है। आपको हमेशा यह सोच कर चलना चाहिए कि इंट्राडे सबसे तेज गति वाला और जोखिम भरा ट्रेडिंग सेगमेंट है।
इसमें कोई शक नहीं कि इंट्राडे ट्रेडिंग कम समय में ज्यादा लाभ देने वाला ट्रेड है, लेकिन इसमें सफल होने के ट्रेडर को कुछ प्रमुख इंट्राडे ट्रेडिंग नियमों के बारे में अच्छी तरह से पता होना चाहिए और ठीक यही हमने यहां समझाने की कोशिश की है।
यदि कोई ट्रेडर, इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले इन नियमों को अपनाता है तो निश्चित रूप से उसके लाभ की संभावना बढ़ जाएगी।
इन नियमों के अलावा यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग की बारीकियों को आसान भाषा में सीखना चाहते हैं तो घर बैठ Stock Pathshala ऐप की मदद से आप इंट्राडे ट्रेडिंग संबंधी कोर्स ले सकते हैं। इस ऐप में आपकी सुविधानुसार टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो तीनों फॉर्मेट में कॉटेंट उपलब्ध है।
यहां इंट्राडे ट्रेडिंग संबंधी बेसिक्स तो आपको मुफ्त में मिल जाएगी लेकिन यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग में एक सफल ट्रेडर के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं तो आप इसके एडवांस लेवल कोर्स को चुन सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ शुल्क देना होगा।
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