शेयर मार्केट चार्ट

शेयर मार्केट चार्ट

शेयर मार्केट में हर कोई मुनाफा कमाने के उद्देश्य से निवेश करता हैं तो उसके लिए सबसे ज़रूरी है ये समझना की share market me invest kaise kare इसके लिए हालांकि बहुत से अलग-अलग पहलू होते है लेकिन शेयर मार्केट चार्ट आपके बेहद काम आने वाला है।

लेकिन क्या होता है शेयर मार्केट चार्ट और किस तरह से ये स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने में आपकी मदद करते है?  

एक नए ट्रेडर के दिमाग में ऐसे कई सवाल आते है, जैसे की स्टॉक मार्केट में ट्रेड कैसे करे, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें और करें, ज़्यादा मुनाफा कैसे कमाए, आदि। अगर आप भी कुछ इसी तरह के सवालों से घिरे हुए तो जाने स्टॉक मार्केट में  इस्तेमाल होने वाले 5 चार्ट्स के बारे में जो आपको मार्केट ट्रेंड को समझने में और ट्रेड निर्णय लेने में मदद करते है।

शेयर मार्केट चार्ट क्या है?

ट्रेडर मूल रूप से चार्ट की मदद से मार्केट के ट्रेंड को समझने की कोशिश करता है। ये ट्रेंड तीन प्रकार के होते है अपवार्ड, डाउनवार्ड और साइड-वे, किसी भी प्रकार के चार्ट में ट्रेडर इन्हीं तीन ट्रेंड को फॉलो कर मार्केट के व्यवहार को समझने की कोशिश करता है।

शेयर मार्केट चार्ट एक स्पेसिफिक फॉर्मेशन होती है जो ग्राफिक्स के माध्यम से फ्यूचर की प्राइस मूवमेंट और ट्रेडिंग ट्रेंड को दर्शाती है। इसके माध्यम से ट्रेडर करंट ट्रेंड और रिवर्सल ट्रेंड की पहचान कर सकते हैं और उसके अनुसार अपने ट्रेडिंग निर्णय ले सकते है।

शेयर मार्केट चार्ट अलग-अलग प्रकार के होते है लेकिन इन सभी में एक X-axis होती है जो समय अंतराल को दर्शाती है और दूसरी ओर Y-axis स्टॉक कीमत के बदलाव को दर्शाती है। यह एक खास समय अंतराल के लिए देखा जा सकता है जो 1 दिन से एक साल या फिर 5 साल तक का हो सकता है।

शेयर मार्केट चार्ट, शेयर मार्केट के ट्रेंड को समझने का सबसे आसान तरीका माना जाता है। आप शेयर मार्केट में नए हो या अनुभवी दोनों ही स्थिति में आपको शेयर मार्केट में सफल होने के लिए इसके चार्ट को पढ़ना, समझना और उसके आधार पर उसका एनालिसिस करना आना चाहिए।

जो ट्रेडर या निवेशक सोच रहे है कि शेयर मार्केट कैसे सीखे तो वह अपनी शुरुआत चार्ट की सही समझ के साथ कर सकते है। चार्ट को देखकर अगर स्टॉक का सही-सही एनालिसिल करना सीख लेते हैं तो शेयर मार्केट में आपके सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसके बाद न केवल आप अपने जोखिम को कम कर पाएंगे बल्कि अपने रिटर्न को कई गुना बढ़ा भी पाएंगे।


शेयर मार्केट चार्ट के प्रकार 

शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए ट्रेडर कई तरह के चार्ट का इस्तेमाल करते हैं। सरल भाषा में बात करे तो शेयर मार्केट चार्ट, टेक्निकल एनालिसिस की नींव है जिसको समझना और सही तरह से इस्तेमाल करना एक ट्रेडर के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

इन चार्ट्स को समझने के लिए आप टेक्निकल एनालिसिस से जुड़ी किताबों (technical analysis books in hindi) का इस्तेमाल कर सकते है या फिर ऑनलाइन इनको समझ सकते है

अब बात करते है उन 5 तरीके के चार्ट की जो आपको स्टॉक मार्केट को समझने में मदद करते है

  • लाइन चार्ट
  • बार चार्ट
  • एरिया चार्ट
  • कैंडलस्टिक चार्ट 
  • हेकिन आशी चार्ट

इन चार्ट के पैटर्न को समझकर ट्रेडर मार्केट के ट्रेंड और आने वाली मूवमेंट को भलीभांति समझ ट्रेड कर सकते है।

Line Chart in Hindi 

लाइन चार्ट या लाइन ग्राफ एक समय आधारित चार्ट होता है जो चुने गए खास समय अंतराल में मार्केट के क्लोजिंग प्राइस को दर्शाता है। यह चार्ट प्राइस में हुए बदलाव को बताता है।

इस चार्ट की मदद से एक दिन पहले के क्लोजिंग प्राइस को देख सकते हैं और इसका एनालिसिस कर इंट्राडे ट्रेडिंग में सही स्टॉक चुन सकते हैं।

यह लाइन चार्ट का फॉर्मट है जहां स्टॉक के क्लोजिंग प्राइस को दर्शाया गया है। यहां हम एक दिन से लेकर महीनों के ट्रेंड को देख सकते हैं। ये चार्ट बाकी चार्ट्स की तुलना में आसान तो होती है, लेकिन केवल क्लोजिंग प्राइस दिखाने के कारण ट्रेडर को इस चार्ट से कोई खास जानकारी नहीं मिल पाती है।

लेकिन एक निवेशक जो लॉन्ग-टर्म के लिए किसी स्टॉक में निवेश करना चाहा रहा हो उसके लिए ये चार्ट काफी लाभदायक होता है। साथ ही ये चार्ट सपोर्ट और रेजिस्टेंस को पहचाने में मदद करता है जिससे एक ट्रेडर आसानी से शेयर मार्केट का गणित और फार्मूला का उपयोग कर टारगेट और स्टॉप लॉस प्राइस आसानी से सेट कर सकते है


Bar Chart in Hindi 

लाइन चार्ट की तुलना में बार चार्ट ज्यादा सूचना प्रदान करता है। बार चार्ट में प्रत्येक प्वाइंट को वर्टिकल लाइन द्वारा दर्शाया जाता है। प्रत्येक वर्टिकल लाइन से दो हॉरिजॉन्टल लाइन जुड़े होते हैं। 

चार्ट में बार की वर्टीकल लाइन का सबसे ऊँचा पार्ट स्टॉक के पूरे दिन की सबसे ज्यादा कीमत को दर्शाता है। उसी प्रकार वर्टीकल लाइन का निचला भाग पूरे दिन की सबसे कम कीमत की जानकारी देता है। 

हॉरिजॉन्टल लाइन की लेफ्ट एक्सटेंशन (Left Extension) स्टॉक के ओपनिंग कीमत को दर्शाती है जबकि राइट एक्सटेंशन (Right Extension) क्लोजिंग प्राइस को दर्शाती है। 

बार में अगर ओपनिंग प्राइस. क्लोजिंग प्राइस की लाइन से नीचे हो तो बार ग्रीन और यदि ओपनिंग प्राइस, क्लोजिंग प्राइस से ज्यादा यानी की ऊपर की ओर हो तो बार रेड दिखेगी। इस चार्ट की मदद से हाई, लो, ओपनिंग प्राइस और क्लोजिंग प्राइस का पता लगता है। 

इस चार्ट की मदद से ट्रेडर किसी खास स्टॉक के बारे में चार ट्रेंड को अलग-अलग समय अंतराल के दौरान तकनीकी विश्लेषण (Technical Analaysis in Hindi) कर सकते हैं जो एक स्टॉक के मार्केट व्यव्हार को समझने में मदद करती है।


Area Chart in Hindi 

यह लाइन चार्ट और बार चार्ट का कॉम्बिनेशन होता है। यह मार्केट ट्रेंड की तुलनात्मक और बड़ी तस्वीर को दिखाता है। जो पहली बार किसी चार्ट को समझने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए एरिया चार्ट सबसे अच्छा माना जाता है।

लांग टर्म निवेश करने वाले इन्वेस्टर ट्रेंड को समझने के लिए एरिया चार्ट का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। चूँकि इसे समझना और समझाना आसान होता है इसलिए ज्यादातर ट्रेडर शुरुआत में इस चार्ट का इस्तेमाल करते हैं।

इस चार्ट के खामियों की बात करें तो शॉर्ट टर्म में इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है इसलिए इस तरह के चार्ट का इस्तेमाल इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading in hindi) या स्विंग ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स नहीं करते हैं।


कैंडलस्टिक चार्ट

टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए कैंडलस्टिक चार्ट सबसे लोकप्रिय चार्टों में से एक मानी जाती है। स्टॉक चुनने के लिए यह चार्ट सटीक तरीके से ट्रेंड प्रदान करती है। चूंकी इसमें स्टॉक प्राइस के मूवमेंट को कैंडल आकार में दिखाया जाता है। इसलिए इस चार्ट को कैंडलस्टिक चार्ट कहते हैं।

ट्रेंड की बात करें तो ये भी बार चार्ट की तरह स्टॉक के बारे में चार ट्रेंड हाई, लो, ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस को दर्शाती है। हालांकि बार चार्ट में शॉर्ट पीरियड ऑफ टाइम के लिए ये ट्रेंड होती है जबकि कैंडलस्टिक चार्ट में लंबे समय के लिए होती है।

इसे समझना आसान होता है क्योंकि यह दो अलग-अलग रंगों में दर्शायी जाती है। यदि कैंडल में क्लोजिंग प्राइस, ओपनिंग प्राइस से ज्यादा है तो कैंडल का रंग हरा जबकि इसके उलट ओपनिंग प्राइस, क्लोजिंग प्राइस से ज्यादा है तो कैंडल लाल रंग की दिखाई देती है।

साथ ही आप इस चार्ट से आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक के सपोर्ट और रेजिस्टेंस को जान सकते है अगर आप स्टॉक मार्केट में नए है तो उसके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला का उपयोग कर सकते है


Heikin Ashi Chart in Hindi 

जापानी में हेकिन आशी का मतलब होता है एवरेज बार इसका उपयोग स्टॉक के फ्यूचर प्राइस का पूर्वानुमान लगाने के लिए किया जाता है।

जापान में लोकप्रिय इस चार्ट को कैंडलस्टिक का अपडेटेड वर्जन कहा जा सकता है। यह कैंडलस्टिक चार्ट को और भी आकर्षक और पढ़ने योग्य बनाता है। इस चार्ट की मदद से स्टॉक के अपट्रेंड और डाउनट्रेंड को आसानी से समझा जा सकता है।

इस चार्ट में ट्रेंड को समझना बेहद आसान है। यदि चार्ट में बिना किसी लो शेडो के एचए हैंडल जो कैंडल की तरह दिखता है लगातार हरा होता है स्टॉक के ट्रेंड को अच्छा जबकि यदि एचए हैंडल बिना हाई शेडो के लगातार लाल होता है तो यह मार्केट ट्रेंड को नीचे यानी डाउनट्रेंड दिखाता है।

यदि एचए हैंडल औसत दिखता है तो इसका मतलब होता है कि उस खास समय में ओपन और क्लोजिंग प्राइस में कोई अंतर स्पष्ट नहीं है।


How to Read Share Market Chart in Hindi?

अलग-अलग प्रकार के चार्ट स्टॉक मार्केट के ट्रेंड को अलग तरीके से दिखाती है। इसलिए जरूरी है कि इन चार्ट को पढ़ना और समझना आना चाहिए। बिना इसके आप चार्ट का विशेष लाभ नहीं उठा सकते।

इसलिए यहां हम अलग-अलग चार्ट के बारे में जानने के अलावा उसे पढ़ने और समझने के तरीकों भी ज़रूरी है। यदि एक ट्रेडर के रूप में आप चार्ट को पढ़ना और समझना सीख गए तो आप मार्केट के व्यव्हार को ज्यादा करीब से जान पाएंगे। 

  • स्टॉक मार्केट चार्ट को पढ़ने के लिए पहले आप सही तरह के चार्ट का चयन करें
  • स्टॉक चार्ट की अवधि और टाइम फ्रेम को चुनें। जैसे कि अगर आप इंट्राडे ट्रेडर है तो 1 डे चार्ट और 1min टाइम फ्रेम का चयन कर स्टॉक के प्राइस का विश्लेषण करें।
  • वॉल्यूम बार को समझें। यहाँ पर ज़्यादा लम्बे बार स्टॉक की डिमांड और सप्लाई को बताता है, जैसे कि अगर स्टॉक में खरीदार (buyer), विक्रेता (seller) से ज़्यादा है तो वॉल्यूम बार ग्रीन होंगे और इसके विपरीत विक्रेता ज़्यादा होने पर वॉल्यूम बार लाल रंग के होंगे।
  • इससे आप ये अनुमान लगा सकते है की आप स्टॉक में लॉन्ग पोजीशन लेना चाहते है या शार्ट
  • इसके अलावा टेक्निकल इंडिकेटर का चयन करे और उसके अनुसार मार्केट के प्राइस का अनुमान लगाए

शेयर मार्केट चार्ट को समझने और इसकी और बारीकियों को जानने के लिए आप शेयर मार्केट के कोर्स (share market course in hindi) भी ले सकते है


निष्कर्ष

शेयर मार्केट के टेक्निकल ट्रेंड को समझने के लिए चार्ट का समझना बेहद जरूरी है। ये चार्ट आपको न केवल मार्केट के ट्रेंड को समझने में मदद करती है बल्कि सही स्टॉक चुनने में भी मदद करती है।

यही कारण है कि कोई भी ट्रेडर चार्ट को समझने पर विशेष जोर देता है और चार्ट को समझकर अपने निर्णय लेता है। ऐसा करने पर न केवल वो मार्केट ट्रेंड को समझ पाता है बल्कि उसके ज्यादा रिटर्न पाने की संभावना बढ़ जाती है।

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